साली जी और सलहज को एकसाथ बजाया 1

Family Threesome Chudaiसभी पाठको को मेरा प्रणाम। मैं रोहित 26 साल अच्छा खासा दिखने वाला लौंडा हूं। मेरा लन्ड 6 इंच लम्बा है जो किसी भी चूत की गहराई में उतर कर उसकी बखिया उधेड़ सकता है। मेरे लंड को अक्सर पकी पकाई चुते बहुत पसंद है। ऐसी पकी पकाई चूतें मेरे लंड को बहुत मज़ा देती है। मेने मेरी पिछली कहानी “भाभीजी को मस्त तरीके से पेला 2” में बताया था कि कैसे मैंने मेरी सलहज यानी रवीना भाभीजी को साली जी के घर पर बजाया था। Family Threesome Chudai

रवीना भाभीजी लगभग 38 साल की मस्त बिंदास औरत है। उनका गौरा चिट्टा रंग किसी को भी लंड मसलने पर मजबूर कर सकता है। रभाभीजी एकदम गजराई हुई सी है। भाभीजी के बोबे लगभग 34 साइज के है। मैंने भाभीजी के मोटे बड़े बूब्स को जमकर चूसा था। भाभीजी की चिकनी कमर लगभग 32 साइज की है।

कमर के नीचे भाभीजी की मदमस्त गांड लगभग 34 साइज की है। उनकी गांड की कसावट साड़ी में साफ साफ झलकती है। मैंने रात को भाभीजी की गांड़ में जमकर लंड पेला था। भाभीजी को मै दिन में अच्छी तरह से बजा चुका था। अब आज के लिए साली जी ने भाभीजी को रोक लिया था और मै तो रुकने के लिए पहले से ही तैयार था।

अब मैं समझ चुका था कि आज रात फिर से साली जी ने मेरे लिए भाभीजी की चूत सेट कर दी। भाभीजी भी ये अच्छी तरह से जान चुकी थी कि आज रात फिर से उनकी चूत और गान्ड की ठुकाई होनी पक्की है। अब भाभीजी और साली जी घर का काम करने में बिजी हो गई।

मेरी नजर अब साली जी पर टिकने लगी थी। फिर मैने साली जी को ताड़कर देखा तो साली जी भी एकदम मदमस्त माल लग रही थी। साली जी की मस्त गांड़, उनका गहराया हुआ जिस्म,बड़े बड़े बूब्स मेरे लंड को चुभने लगे थे। अब मेरे दिमाग में साली और सलहज दोनो को एकसाथ बजाने का ख्याल आने लगा।

मस्त हिंदी सेक्स स्टोरी : भाभी के मुंह में वीर्य गिराया और वो पूरा पी गईमै साली जी की रसीली जवानी को ताड़ रहा था। मेरी बड़ी साली जी यानी सारिका जी लगभग 36 साल की मस्त बिंदास औरत है। वो गोरे चिकने जिस्म की मालकिन है। वो पके हुए अमरुद की तरह एकदम से गजराई हुई सी है। उनकी गोरी चिकनी पीठ मेरे लण्ड में आग लगाने लगी थी।

अब मेने साली जी के बोबो पर नजर डाली तो इधर भी शानदार मामला था। साली जी के बोबे लगभग 32 साइज के है। उनके बोबो की कसावट बलाउज में से अच्छी तरह से झलक रही थी। साली जी का गौरा चिकना पेट बहुत ही सेक्सी है। पेट के नीचे साली जी की चिकनी कमर लगबग 32 साइज की है।

कमर के नीचे साली जी की सेक्सी गांड लगभग 34 साइज की है। साली जी की गांड भी उनके बोबो की तरह बहुत ज्यादा कसी हुई है। अब साली जी की गांड के उभार को देखकर मैं लण्ड मसलने लगा। सारिका जी भैसो को चारा डाल रही थी। तभी मै सारिका जी के पास जाकर खड़ा हो गया। सारिका जी कपड़े धो रही थी। तभी मैंने सारिका जी का था पकड़ लिया।

“चलो ना यार सारिका जी अन्दर।”

“नही यार रोहित जी। मै नही जाऊंगी। मुझे बहुत काम हैं।”

“काम तो बाद में भी होता रहेगा सारिका जी। पहले मेरा काम तो कर दो।”

तभी सारिका जी मुस्कुराने लगी “रोहित जी। आप अभी भी नहीं माने ना।”

“मानूंगा तो मै तभी जब आप दे दोगी।”

“क्या दे दोगी?”

“अच्छा! अब इतनी भी भोली मत बनो आप।”

“अरे यार…. अभी तो आप भाभी को बजाकर फ्री हुए हो। फिर से आपका मूड बन गया क्या?”

“हां सारिका जी। आप तो बस अन्दर चलो।”

“मै नही जाऊंगी। आप तो भाभी को ले जाओ।”

“भाभीजी को तो मैने बजा लिया। अब तो आपको बजाना हैं।”

“रोहित जी यार आप…….”

“सारिका जी जल्दी करो यार…….”

तभी मैंने सारिका जी को हाथ पकड़ कर खड़ी कर लिया और उन्हे कमरे में ले जाने लगा।

“रोहित जी यार क्या कर रहें हो? भाभी देख रही है।”

“तो देखने दो ना।”

सारिका जी शर्म के मारे पानी पानी हो रही थी। वो मेरे साथ ही कमरे में खींची चली आ रही थी। तभी मैंने सारिका जी को कमरे के अंदर खींच लिया। अब मैंने सारिका जी को बाहों में कस लिया।अब वो खुद कुछ कह पाती उससे पहले ही मैंने साली जी गुलाबी होंठो को मेरे प्यासे होठो से चिपका दिया। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

अब में साली जी के होठो को चूसने लगा लेकिन साली जी खुद को दूर हटाने की कोशिश करने लगी। लेकिन मैंने साली जी को कसकर दबोच रखा था। मै साली जी के होठो का रस पीते हूए उनकी गांड को कसने लगा। अब तो साली जी मेरी गिरफ़्फ़त मे आ चुकी थी।

मै उनकी गांड को सहलाते हूए साली जी के गुलाबी होंठो का रस पी रहा था। तभी कमरे मे आउच् पुच्च आउछ पुच्छ की आवाजे गूंजने लगी। अब मेरा लंड साली जी की फाड़ने के लिए बेताब हो रहा था। तभी मैंने साली जी के बोबो को मसलने लगा। अब साली जी उनके बोबो को बचाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने साली जी बोबो को अच्छे से रगड रहा था।

साली जी और मेरे बीच मे गजब की उठापटक हो रही थी। वो उनके जिस्म के अंग अंग् को बचाने की कोशिश कर रही थी और मै साली जी के अँग् अंग को खोलने की कोशिश कर रहा था। मै साली जी के होठों को कसकर चूस रहा था। अब मैं साली जी की गांड़ को कसने लगा।

अब तो साली जी को मेरे कब्जे में आ चुकी थी। मै साली जी की गांड़ और बूब्स को अच्छी तरह से मसल रहा था। अब मेरा लन्ड साली जी चूत फाड़ने के लिए बेताब हो रहा था। तभी मैंने साली जी को उठाकर पलंग पर पटक दिया और झट से साली जी के ऊपर चढ़ गया।

“रोहित जी यार क्या कर रहे हो?”

“करने दो साली जी।”

तभी मैने फिर से साली जी के होठों पर मेरे होठ रख दिए और फिर से साली जी के होठों को चूसने लगा। साली जी मुझे नही दे रही थी लेकिन मैं पुरा मौका बना रहा था।फिर मैंने साली जी के होठों को बुरी तरह से चूस डाला।अब मैं साली जी के ब्लाउज़ को खोलने लगा लेकिन साली जी उनके ब्लाउज को खुलवाने के लिए तैयार नहीं हुई। “Family Threesome Chudai”

“खोलने दो ना साली जी।”

“नही रोहित जी यार। मत खोलो।”

अब साली जी और मेरे बीच ब्लाउज को खोलने के लिए उठापठक हो रही थी। साली जी उनके ब्लाउज को नही खोलने के लिए पूरा जोर लगा रही थी और मैं उनके ब्लाउज़ को खोलने के लिए पूरी कोशिश कर रहा था। तभी मैंने साली जी के ब्लाउज़ के हुक खोलकर उनके ब्लाउज़ को हटा दिया। अब साली जी उनके बूब्स को ढकने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने साली जी के हाथो को हटाकर उनके बूब्स को मेरे कब्जे में कर लिया।अब मैं साली जी के बूब्स को मुट्टियों में कसकर दबाने लगा.

चुदाई की गरम देसी कहानी : स्कूल की रंडी मैडम ग्रुप में चुदी“आहा बहुत मस्त बूब्स है साली जी आपके तो। आहाहा मजा आ गया।”

“ओह्ह्ह्ह रोहित जी। मत दबाओ मेरे बूब्स को। अहहा सिस्सस्स ऊंह।दर्द हो रहा है। आहा आईईईई।”

“दबाने दो साली जी। आहा बहुत मजा आ रहा है।”

मै साली जी के अमरूदों को जोर जोर से मसल रहा था। तभी साली जी दर्द से तड़पने लगी।

“आह्ह सिससस्स उन्ह अहह ओह आईईईई।”

मैं साली जी के टाइट अमरूदों के बाग को लूट रहा था। साली जी के बगीचे को लूटने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। साली जी दर्द से झल्ला रही थी।

“ओह्ह्ह रोहित जी। धीरे धीरे… आह्ह्ह आह्हा आईई।”

“साली जी बहुत टाइट अमरुद है आपके तो आह्हा। बहुत मज़ा आ रहा है इन्हे दबाने मे तो।”

“थोड़ा आराम से दबाओ रोहित जी। आह्हा सिस।”

“मै तो ऐसे ही जोर जोर दबाऊंगा साली जी।”

मै साली जी के टाइट बॉबो की लंका लूट रहा था। साली जी दर्द से तड़प रही थी। फिर मेने साली जी के अमरूदों को बुरी तरह से मसल कर लाल कर डाला। अब मेने साली जी के अमरूदों को मुँह मे लिया और फिर झमझम उन्हें चूसने लगा। आह्ह! साली जेi के अमरुद खाने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। अब साली जी बेचारी क्या करती! वो चुपचाप के मुझे उनके चुचे चुस्वा रही थी।

“उन्ह साली जी। आह्ह बहुत ही टेस्टी है। आहाहा।”

मैं सबड़ सबड़कर साली जी के चूचो को चुस रहा था। साली जी शर्म के मारे पानी पानी हो रही थी। मै झांझोड़ कर भाभीजी के चूचो को चुस रहा था। आज पहली बार मुझे साली जी के रसीले बोबे चूसने का मौका मिल रहा था। फिर मैने साली जी को चोदने के चक्कर में जल्दी से उनके बूब्स चूस डाले। अब मैंने पैंट उतार कर मेरा लंड बाहर निकाल लिया। तभी साली जी चुप हो गई। अब मै तुरंत साली जी की टांगो में आ गया और उनकी की चड्डी खोलने लगा। “Family Threesome Chudai”

“नहीं रोहित जी अब आगे कुछ नहीं।”और साली जी उठने लगी। “साली जी यार अब इतनी भी सयानी मत बनो। लंड डालने दो।”

“नहीं यार लण्ड नहीं।”

“लंड तो डालना ही पड़ेगा साली जी।”

मैं साली जी की चड्डी खोलने की पूरी कोशिश कर रहा था।

“रोहित जी आप मरवाओगे यार।”

“तो फिर आप ही चुत मरवा लो ना साली जी।”

“नहीं, बिलकुल नहीं।”

साली जी अब मेरे हाथ को रोकने की कोशिश कर रही थी। लेकिन मैं मान नहीं रहा था। तभी मेरा हाथ साली जी की चड्डी तक पहुँच ही गया। अब मैं साली जी की चड्डी को खोलकर उनकी टाँगो तक ले आया। तभी साली जी चड्डी को पकड़ने लगी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

“साली जी क्या कर रही हो आप। खोलने दो।”

“नहीं रोहित जी।”

साली जी उनकी चड्डी को बचाने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने साली जी की चड्डी खोल ही फेंकी। अब साली जी की चुत नंगी हो चुकी थी। अब मैं साली जी की टांगें खोलने लगा लेकिन साली जी टांगे खोलने के लिए तैयार नहीं हो रही थी।

“नही यार रोहित जी। आगे कुछ मत करो।”

“करनें दो ना साली जी। मै कब से करने के लिए तरस रहा हूं।”

तभी तभी साली जी मुझे धक्का देकर खड़ी हो गई और तुरन्त कमरे से बाहर निकल गईं।अब मैं भी कमरे से बाहर आ गया।

तभी भाभीजी पूछने लगी “क्या हुआ रोहित जी। काम नही बना क्या?”

“देखो ना भाभीजी। सारिका जी कमरे से भागकर आ गई।”

तभी सारिका जी मुस्कुराने लगी “ये रोहित जी तो पता नही क्या क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।”

“ये तो वो ही करते है जो इनको चाहिए होता है।”

“हां भाभी। लेने के लिए तो ये पीछे ही पड़ जाते हैं।”

तभी भाभीजी के कहा “दो सारिका जी आप भी दे दो ना। बेचारे रोहित जी कितने कह रहे हैं आपसे।”

“ये तो ऐसे ही कहते रहेंगे। बहुत लालची है ये।”

तभी साली जी वापस कपडे धोने लग गई। फिर थोडी देर में ही साडू जी आ गए।अब मैं साडू जी के साथ बातचीत करनें लगा। फिर साडू जी मुझे गांव घुमाने ले गए लेकिन मेरे दिमाग में साली जी की चूत घूम रही थी। साली जी को चोदने के लिए मेरा लंड लालायित हो रहा था। “Family Threesome Chudai”

फिर शाम को हम वापस आ गए। अब साली जी और भाभीजी खाना बना रही थी। हम सभी हंस हंसकर बातचीत कर रहे थे। फिर रात को साडू जी खाना खाकर खेत पर निकल गए। अब मेरा लंड फिर से साली जी को बजाने के लिए तड़पने लगा।

“साली जी अब तो आपकी ठुकाई होनी पक्की है।”

“रोहित जी। ज्यादा इतराओ मत। मै इतनी आसानी से नहीं पटने वाली।”

“सब पटा लूंगा अब तो मैं।”

“नही पटुंगी देख लेना।”

मस्तराम की गन्दी चुदाई की कहानी : माँ ताऊ जी से खेत में चुदने लगीअब भाभीजी और साली जी बैठकर मंजन कर रही थी। मै बच्चो के सोने का इंतजार कर रहा था लेकिन बच्चे सो नहीं रहे थे। फिर साली जी उनके कमरे में चली गई और मै भाभीजी एक कमरे में आ गए।

“अब क्या इरादा है रोहित जी।”

“इरादा तो पक्का है भाभीजी। बस एकबार बच्चे सो जाए।”

“हां रोहित जी। बजा लो सारिका जी को भी।बहुत अच्छा मौका मिला है आपको।”

“हां भाभीजी।”

अब मैं साली जी के कमरे के आस पास चक्कर काटने लगा। थोडी देर बाद बच्चे सो चुके थे। अब मैं साली जी को कमरे से बाहर आने के लिए कहने लगा लेकिन साली जी बाहर नही आ रही थी। तभी मै साली जी के कमरे में चला गया और साली जी का हाथ पकड़ कर उन्हे कमरे से बाहर ले आया। “Family Threesome Chudai”

“रोहित जी यार। आप भी……….”

“साली जी। अब आप कुछ मत कहो।”

“रोहित जी यार…….. रहने दो ना।”

“नही साली जी। आज तो कुछ नही रहने दूंगा। आपका सब उतार फेकूंगा।”

तभी मैंने साली जी को कमरे में ले जाकर पलंग पर पटक दिया और झट से मै साली जी के ऊपर चढ़ गया। साली जी के ऊपर चढ़ते ही भाभीजी कमरे से निकल गई। अब मैं साली जी के ऊपर टूट पड़ा और उनके होठों को बुरी तरह से रगड़ने लगा।

साली जी नखरे दिखाने की कोशिश करने लगी लेकिन उनका नाटक ज्यादा देर तक नही चल पाया। अब दोनो तरफ़ से बराबर आग लग चुकी थी।कमरे में अब धुंआधार किसिंग की आवाजे आ रही थी।फिर मै तुरंत नीचे सरक गया और भाभीजी की साड़ी को पेटीकोट में से निकालने लगा।

“ओह्ह्ह रोहित जी।”

तभी मैंने साली जी की साड़ी पेटीकोट में से निकाल फेंकी। अब मैंने साली जी के पेटीकोट का नाडा खोला और पेटीकोट चड्डी को एकसाथ खोलने लगा। तभी साली जी ने समझदारी दिखाते हुए गांड़ ऊपर कर दी। अब मैंने झट से भाभीजी की चड्डी और पेटीकोट खोल फेंका। अब नीचे से नंगी होते ही साली जी ने आंखे बंद कर ली।

अब मैंने मेरे कपडे खोल फेंके और लंड को साली जी की चूत पर सेट करने लगा। आहा! साली जी की चमचमाती हुई चूत को देखकर मेरा लंड आग बबूला हो गया। अब मैंने साली जी की टांगो को पकड़ कर ज़ोर से उनकी की चूत में लण्ड ठोक दिया। एक ही झटके में मेरा लंड दन दनाता हुआ सीधा साली जी की चूत की गहराई में पहुँच गया। तभी साली जी का भूगोल हिल गया और वो ज़ोर से चिल्ला पड़ी। “Family Threesome Chudai”

“आईईईई मम्मी मर्रर्रर्रर्र गईईई आईईईई आईईईई”.

मेरा मोटा तगड़ा लण्ड साली जी की चिकनी चुत में फंस चूका था। साली जी बुरी तरह से तड़प उठी थी। तभी मैने फिर से साली जी की चूत में लण्ड ठोक दिया।

“ओह मम्मी मर्रर्रर्रर्र गईईई ओह रोहित जी बहुत दर्द हो रहा है। आईईईई उन्ह।”

दूसरे ही शॉट में मेरा मोटा तगड़ा लण्ड साली जी की चूत के अस्थि पंजर को तोड़ चूका था। साली जी मेरे मोटे तगड़े लण्ड को नहीं झेल पा रही थी।

“ओह रोहित मरर्रर्र जाऊंगी मैं बहुत दर्द हो रहा है।”

“अरे बससस्स थोड़ी ही देर होगा दर्द आप चिंता मत करो।”

अब मै साली जी की टांगे पकड़कर झमाझम उनको को चोदने लगा। साली जी की चूत में मेरे लंड को बहुत ज्यादा ठंडक मिलने लगी थी। मै साली जी की चूत में जमकर लण्ड पेल रहा था। साली जी को चोदने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

“आईएईई सिससस्स आह्ह आईईईई आईईईई धीरेरेरे,,,, धीरेरेरे आह्ह आह्ह उन्ह सिससस्स धीरे धीरे चोदो रोहित जी।”

“ओह साली जी आज मत ऱोको मुझे। बहुत मज़ा आ रहा है आपको चोदने में। बहुत रिपचिक रसमलाई हो आप।”

“आईईईई अआईईई सिससस्स उन्ह आह्ह आह्ह तेरा लंड मेरी जान निकाल रहा है यार। आराम से चोदों। आह्ह।”

“आराम से ही चोद रहा हूँ साली जी लेकिन ये आपकी रसीली चुत ही छोटी पड़ रही है।”

“आह्ह आह्ह सिससस्स आईईईई मम्मी।आहा आह्ह आह्ह।”

मेरे लण्ड की ताबड़तोड़ ठुकाई से साली जी का हाल बेहाल हो रहा था। उनसे मेरा लण्ड नहीं झेला जा रहा था। मेरे लण्ड के हर एक झटके के साथ साली जी का दर्द बढ़ता जा रहा था। तभी थोडी देर में ही साली जी अकड़ने लगी और साली जी की चूत मे से ज्वालामुखी बाहर फूट पड़ा। माल बाहर निकलते ही साली जी पसीने से नहा गई। मैं ताबड़तोड़ साली जी की ठुकाई कर रहा था। “Family Threesome Chudai”

अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज : चूत का पानी टांगो से लग कर बहने लगा“ओह आह्ह सिससस्स आह्ह आईईई आहा।”

“ओह साली जी बहुत मज़ा आ रहा है आपको ठोकने में। आह्ह आह्ह।”

“उन्ह ओह्ह आह्ह आहा सिससस् आह्ह अब चुदाने में बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह आपने तो मेरी जड़े हिला दी। आह्ह।”

“ओह साली जी आह्ह बहुत मस्त रसीली चुत है आपकी। आह्ह।”

मैं साली जी की चूत में झमाझम लण्ड पेल रहा था। अब तो साली जी भी सारी शर्म को ताक पर रखकर जमकर लण्ड ठुकवा रही थी। मैं साली जी की चूत में जमकर लण्ड ठोक रहा था। मेरे लंड के ज़ोरदार धक्कों से साली जी पसीने पसीने हो रही थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

“ओह रोहित जी सिससस्स ओह अआईईई आईईईई सिस्सस ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्सस्स।”

अब मै पूरी ताकत लगाकर साली जी की रसीली चुत में लण्ड पेल रहा था। साली जी बहुत बुरी तरह से चूद रही थी। वो अब मेरे लंड के आगे सबकुछ भूल चुकी थी।

“आईईईई आईएईई आईईईई सिससस्स आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह.”

तभी ताबड़तोड़ ठुकाई से साली जी का पानी निकल पड़ा। फिर मेने बहुत देर तक साली जी को ऐसे ही बजाया। अब मैंने साली जी का ब्लाऊज और ब्रा खोल फेंकी।अब साली जी पूरी नंगी हो चुकी थी। लाइट की रोशनी में साली जी का मक्खन जैसा जिस्म चमचमा रहा था।

“ओह्ह्ह्ह सारिका जी।बहुत ही मस्त माल हो आप। आहा मजा आ गया।”

अब मैं साली जी के बोबो पर टूट पड़ा था और उन्हे जमकर चुसने लगा।अब साली जी बूब्स चुसाने में कोई नखरे नही दिखा रहीं थीं। मै उनके रसीले बूब्स को मजा लेकर चूस रहा था।

“ओह साली जी आहा बहुत ही रसदार आम है आपके। उन्ह बहुत मज़ा आ रहा है।”

मैं सबड़ सबड़ कर साली जी के बोबो को चुस रहा था। साली जी के बड़े बड़े बोबे बड़ी मुश्किल से मेरे मुँह में आ रहे थे। मुझे तो साली जी के बोबो के साथ खेलने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। “Family Threesome Chudai”

“ओह साली जी आहा बहुत ही गज़ब के चुचे है। उन्ह भाभीजी।”

मैं साली जी के रसीले बोबो को बुरी तरह से झांझोड़ रहा था। भाभीजी मेरे बालो में हाथ चला रही थी।

“ओह रोहित जी सिसस्ससस्स उँह ओह आह्ह।”

साली जी के बोबो को चूसने में मुझे जन्नत का सुख मिल रहा था। मै साली जी के बगीचे को जमकर लूट रहा था। साली जी आज उनके बगीचे को मेरे हवाले कर चुकी थी। साली जी की डर के मारे बुरी तरह से गांड फट रही थी। मै उनके बोबो को जमकर चूसे जा रहा था।

फिर थोडी देर में ही मैने साली जी के बूब्स को चूस डाला। अब मैं फिर से साली जी टांगों में आ गया और उनकी चूत में लंड फंसाकर साली जी को फोल्ड कर दिया। अब मैं साली जी को फोल्ड कर बजाने लगा। तभी साली जी मेरे लंड के तूफान में उड़ने लगी।

“आईईईई आईईईई ऊंह आईईईई ओह्ह्ह्ह मम्मी। आईईईई आराम से पेलो रोहित जी। आहा आईईईई सिस्सस आहा।”

“पेलने दो साली जी। आहा बहुत मजा आ रहा है। आहा।”

“ओह्ह्ह रोहित जी। आहा आईईईई ऊंह आहा सिस्सस्स।”

मै साली जी को धमधम चोद रहा था। साली जी की टांगें उनके सिर से होते हुए पीछे मुड़ी हुई थी। उनकी चूत में मेरा लंड एकदम सीधा बार कर रहा था।

“आईईईई मम्मी। आहा सिस्सस्स आहा आईईईई आईईईई।”

“ओह्ह्ह साली जी अहहह बहुत मजा आ रहा है। आहा आज तो आपकी चूत की खैर नहीं। आहा।”

“आप तो मेरी चूत की ऐसी तैसी करके मानोगे। आहा आईईईई मम्मी।”

“हां साली जी।”

मैं साली जी को झमाझम बजा रहा था। तभी साली जी एकबार फिर से झड़ गई। वो फिर से पसीने में नहा चुकी थी लेकिन मेरा लन्ड रुकने का नाम नहीं ले रहा था।मेरा लंड साली जी की चूत का भोसड़ा बनाने में लगा हुआ था। “Family Threesome Chudai”

“आईईईई आईईईई ओह्ह्ह्ह रोहित जी। बासस्स ना मेरी कमर दर्द करनें लग गईं।”

“अभी तो चोदने दो आप तो।”

“आईईईई आईईईई ओह्ह्ह मम्मी। आहा आईईईई।”

फिर मैंने साली जी को बहुत देर तक बजाया। अब मैं उठा और भाभीजी को लेने उनके कमरे में चला गया। अब मैंने भाभीजी से मेरे साथ चलने के लिए कहा।

कामुकता हिंदी सेक्स स्टोरी : आंटी की गहरी नाभि ने पागल बनाया मुझे“क्या हुआ रोहित जी? मुझे क्यों ले जा रहे हो।”

“अरे आप चलो तो सही। आपकों सारिका जी बुला रही है।”

“अरे काम तो आप दोनो का है। वहां मै क्या करूंगी।”

“अरे आप तो कुछ मत करना लेकिन चलो तो सही।”

तभी भाभीजी मेरे साथ कमरे में आ गई। भाभीजी को देखते ही साली जी शर्म से पानी पानी हो गई। कहानी जारी रहेगी……….. आपकों मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके बताए – [email protected]

दोस्तों आपको ये Family Threesome Chudai की कहानी मस्त लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और Whatsapp पर शेयर करे……………..