Lallantop Sex Kahani – साली और सलहज को एकसाथ बजाया 3

Lallantop Sex Kahani

दोस्तों आप सभी का एक बार फिर स्वागत है क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर. दोस्तों आपने कहानी के पिछले भाग साली और सलहज को एकसाथ बजाया 2 में पढ़ा होगा की मेरी साली और सलहज चुदासी होकर मेरे लंड पर चढ़ने लगी. अब मैं साली जी को पलंग से नीचे उतार लाया। अब मैंने साली जी को घोड़ी बनने के लिए कहा। Lallantop Sex Kahani

“आप तो मुझे पुरी बेशर्म बनाकर ही मानोगे।”

“हां साली जी।”

अब साली जी सारी शर्म को ताक पर रखकर घोड़ी बन गई। साली जी के घोड़ी बनते ही मैंने उनके के भोसड़े में लण्ड सेट किया और फिर ज़ोर का झटका देते हुए साली जी के भोसड़े में लंड ठोक दिया। लंड का तगड़ा झटका लगते ही साली जी चिल्ला पड़ी।

“आईईईईई ओह सिसस्ससस्स अआईईईईई अआईईई।”

अब मै साली जी को घोड़ी बनाकर झमाझम बजाने लगा। मेरा लण्ड साली जी के भोसड़े में बुरी तरह से धमाल मचा रहा था। मै साली जी की हवा टाइट कर रहा था। अब भाभीजी आराम से बैठकर उनकी ननद की ठुकाई देख रही थी।

“आह्ह आहा आह्ह आह्ह सिससस्स आहाहा आह्ह उन्ह ओह्ह्ह रोहित जी धीरे धीरे………….धीरे।”

“आराम से ही चोद रहा हूँ मेरी जान।”

“बहुत दर्द दे रहा है आपका लंड।”

“अब थोड़ा दर्द तो देगा ही मेरी जान।”

“आईईईई आईईईई उन्ह्ह्ह ओह्ह्ह् रोहित जी। आहा आईईईई सिस्सस्स आहा आईईईई ।”

साली जी को मेरे लण्ड का एक एक शॉट बहूत भारी पड़ रहा था। मेरा लण्ड साली जी की जमकर खबर ले रहा था। साली जी को घोड़ी बनाकर बजाने में मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था। मेरा लण्ड खचाखच साली जी के भोसड़े में अंदर बहार हो रहा था।

“आहह आह्हा ओह्ह्ह् सिसस् आह्हा।”

“ओह्ह्ह मेरी घोड़ी।”

भाभीजी उनकी ननद का नज़ारा देखकर बहुत खुश हो रही थी।

“आह्हा आह्हा आईई आई ओह्ह्ह मम्मी।”

“खूब चोद इसको।”

“हाँ भाभीजी चोद रहा हूँ।”

मै चाची को घोड़ी बनाकर पेले जा रहा था। अब मैंने भाभीजी से चूत चटाने के लिए कहा। तभी भाभीजी मना करने लगी।

“अरे यार रोहित जी। रहने दो।”

“अरे भाभीजी आप करो तो सही बहुत मजा आयेगा।”

तभी भाभीजी चूत खोलकर पलंग के किनारे बैठ गई। अब मैंने साली जी से भाभीजी की चूत चाटने के लिए कहा।

“आहा सिस्सस्स रोहित जी आप तो हमे पूरी बेशर्म बनाओगे।”

“हां मेरी रानियो।”

तभी साली जी भाभीजी की चूत चाटने लगी। मै साली जी क़मर पकड़ कर उनको घोड़ी बनाकर बजा रहा था।

“आहा साली जी। अब बहुत मजा आ रहा है।”

“हां रोहित जी। खूब जमकर बजाओ मुझे।”

“हां बजा रहा हूं साली।”

अब मैं साली जी को ओर जोर से बजाने लगा। इधर भाभीजी को भी साली जी को चूत चटाने में मजा आ रहा था।

“ओह्ह्ह्ह सिस्स्स ऊंह ओह्ह्ह्ह साली अच्छे से चाट मेरी चूत को। आहा सिस्सस्स।”

“आहा सिस्सस्स हां कुती चाट रही हूं।”

फिर थोडी देर के तूफानी घमासान के बाद साली जी का पानी निकल गया। अब साली जी के भोसड़े से होते हुए पानी नीचे टपक रहा था। मेरे लण्ड का कहर साली जी पर बद्दस्तूर जारी था।

“आह्हा आह्हा ओह्ह्ह मेरे सैया। आह्हा। आह्हा। आईई।”

“ओह्ह्ह मां की लोड़ी खा जा मेरी चूत को। आहा सिस्सस्स।”

साली जी भाभीजी की चूत को खोलकर चाट रही थी। अब भाभीजी की हालत खराब होने लगी थी। मै साली जी को झमझम चोद रहा था।

“उह्ह सिस्सस्स रोहित जी गईई मै तो।”

तभी भाभीजी ने साली जी के मूंह को चूत पर दबा दिया। तभी भाभीजी का पानी निकल गया।

“ओह्ह्ह् मम्मी सिस्सस्सस।”

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अब साली जी भाभीजी का पानी पी रही थी। मै साली जी को बजाए जा रहा था। फिर थोडी देर में ही साली जी ने भाभीजी की चूत चाट ली। अब मैं पलंग पर बैठ गया और अब मैने साली जी और भाभीजी दिनों को नीचे बैठा लिया। अब मैंने दोनो से मेरा लंड चूसने के लिए कहा। तभी दोनो ही सक्पाकने लगी।

“अरे आप भी ऐसे क्या शरमा रही हो मेरी रानियों। चुसो ना।”

“रोहित यार हम दोनो एकसाथ कैसे चूसे?”

“कोशिश करो मेरी रानियों। सब चूस लोगी ।”

तभी भाभीजी ने मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे मसलने लगी। अब साली जी भाभीजी को मेरा लंड मसलते हुए देख रही थी। वो फ्री होकर बैठी थी। तभी मैने साली जी से को मेरी गोद मे बैठने के लिए कहा लेकिन साली जी शरमाने लगी।

“नही यार पागल हो क्या आप?”

“अरे साली जी आओ तो सही। मज़ा आएगा।”

तभी मैंने साली जी का हाथ पकड़ कर ऊपर खींच लिया। अब साली जी मुस्कराती हुई मेरी गोद मे आ बैठी।

“पता नहीं आज तो क्या क्या करवा रहा है तू।”

“वो ही करवा रहा हूँ जो आप करना नही जानती।”

अब मैं साली जी की कमर पकड़ कर उनके बोबे चूस रहा था। साली जी के बोबे चूसने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। नीचे भाभीजी मेरे लंड को मसल रही थी। अब भाभीजी ने लंड को मुँह मे ले लिया और उसे घपघप् चूसने लगी। अब तो मेरी लॉटरी लग गई थी। भाभीजी मेरे लंड को पूरा मज़ा दे रही थी और मैं साली जी के बोबो को निचोड़ कर चूस रहा था।

“ओह मेरी रानी, बहुत ही रसीले बोबे है तेरे।”

“चुस् ले मेरे राजा।”

मै जमकर साली जी के बोबो को चूस रहा था। नीचे भाभीजी मेरे लंड को चूस चुस्कर उसे लॉलीपॉप बना रही थी। वो मेरे लंड को अज़ाब गजब तरीके से चूस रही थी।

“ओह्ह्ह मेरे राजा खा जा मेरे बोबो को।”

“हाँ मेरी रानी।”

मै निचोड़ निचोड़ कर साली जी के बूब्स चूस रहा था। साली जी के रसदार बूब्स चुसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था। भाभीजी भी मेरे लंड का पुरा मजा ले रही थी। वो मेरे लंड को पूरा मूंह में घुसाने की कोशिश कर रही थी।

“ओह्ह्ह्ह मेरे सैया। ऐसे मत काट मेरे बोबो को। आहा दर्द होता है।”

“काटने दे मेरी रानी। उन्ह्ह्ह।”

“ओह्ह्ह्ह मेरे सैया। आह्ह्ह्ह्ह सिस्सस् उन्ह्ह्ह।”

अब साली जी बुरी तरह से आतुर होकर मुझे बाहों में कस रही थी। मै उनके बूब्स को निचोड़ कर चूस रहा था। फिर मैंने साली जी के बोबो को जमकर चूस डाला। इधर भाभीजी भी मेरे लंड को बुरी तरह से निचोड़ कर चूस चुकी थी। अब मैंने साली जी को नीचे उतार दिया.

और अब मैंने भाभीजी को मेरी गोद में बैठा लिया। अब मैं भाभीजी के बूब्स का स्वाद चखने लगा। अब नीचे साली जी मेरे लंड पर टूट पड़ी थी। वो मेरे लंड को मुट्ठियों में भरकर मसल रही थी। अब मैं भाभीजी के बूब्स को मुंह में दबाकर चूस रहा था।

“ओह्ह्ह साले आहा खा जा मेरी बूब्स को। ऊंह तू बहुत मरता है मेरे बूब्स पर। ऊंह।”

“हां साली खा जाऊंगा तेरे बूब्स को। आहा।”

मै बुरी तरह से भाभीजी के बूब्स चूस रहा था। अब साली जी मेरे लन्ड को अच्छी तरह से पकड़ कर चूस रही थी। साली जी अब मेरे लंड की प्यासी बन चुकी थी। वो मेरे लंड को घपाघाप चूस रही थी। मै भी भाभीजी के बूब्स को चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था।

“ओह्ह्ह्ह साली जी अच्छे से चूसो। आहा बहुत अच्छा लग रहा है। ऊंह।”

“चूस रही हूं मेरे सैया।”

“मेरे बूब्स को भी निचोड़ो रोहित जी।”

“हां मेरी रानी निचोड़ रहा हूं।”

अब हम तीनो ही चूदाई का पूरा मजा ले रहे थे। मै दोनो ननद भाभी को अच्छी तरह से बजा रहा था। साली जी मेरे लन्ड को चूस चूसकर बुरी तरह से निचोड़ रही थी।

“ओह्ह्ह्ह रोहित जी। आहा बहुत मजा आ रहा है। बहुत ही मस्त लंड है आपका।”

“खा जाओ मेरे लंड को मेरी रानी।”

“हां खा रही हूं मेरे सैया।”

साली जी झमाझम मेरे लंड को चूस रही थी। मै भाभीजी के बूब्स का पूरा मजा ले रहा था। भाभीजी भी खुलकर उनके बूब्स चुसवा रही थी। फिर हमने बहुत देर तक ऐसे ही मजा लिया। अब मैंने भाभीजी से मेरा लंड चूत में सेट करने के लिए कहा। तभी भाभीजी ने अपना अनुभव दिखाते हुए चूत में लंड सेट कर लिया। अब भाभीजी मेरे कंधो को पकड कर जोर जोर से चुदने लगी। अब साली जी खड़ी खड़ी उनकी भाभी की कलाकारी को देख रही थी। भाभीजी जोर जोर से झटके मार रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

“आह्हा आहह् ओह्ह्ह् सिसस् आह्हा।”

“ओह्ह्ह् भाभीजी बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा आह्हा। और जोर जोर से झटके मारो।”

“हाँ मार रही हूँ साले कुत्ते।”

भाभीजी जमकर चुद रही थी। भाभीजी के झटको से उनके बोबे बुरी तरह से उछल रहे थे। भाभीजी को चुदने मे बहुत मज़ा आ रहा था।

“आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आह्हा आआह।”

“देख रही हों ना साली जी।ऐसे चुदते है। कुछ सीखो आपकी भाभी से।”

“आहा आईईईई ऊंह सिस्सस रोहित जी मैने तो इनसे खूब कहा था मेरे भाई से चुदने के लिए लेकिन ये तैयार ही नहीं हुई।अब तक मेरा भाई सब सिखा देता इनको।”

“कोई बात नही भाभीजी। अब मैं सब सिखा दूंगा साली जी को।”

“हां रोहित जी। अब तो आप इनको पूरी घरवाली ही बनाना।”

“हां भाभीजी।”

भाभीजी जोर जोर से झटके मार मारकर चुद रही थी। वो पसीने से लथपथ हो चुकी थी। तभी भाभीजी का पानी निकल गया।

“ओह्ह्ह मम्मी मर गई मैं तो।”

अब भाभीजी थोडी देर मूझसे लिपटी रही। फिर मैने भाभीजी को पलंग पर पटका और अब मैं साली जी को बाहों में कस लिया उनके होठों को चूसने लगा। अब साली जी भी मेरे होठों को खा रही थी। तभी साली जी पीछे सरकती हुई दीवार से जा चिपकी। अब मैं खड़ा होकर साली जी के होंठो को चूसने लगा।

इधर मेरे हाथ साली जी के मस्त सेक्सी चूतडो को मसल रहे थे। मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मै किस करता हुआ साली जी के चुतड़ो पर चपेट भी मार रहा था। भाभीजी चुपचाप पलंग पर लेटकर सब देख रही थी। अब मैं साली जी के बोबो को चूसने लगा। साली जी अब मेरे बालो को सहला रही थी। मैं साली जी के बोबो को झमाझम चुस रहा था। “Lallantop Sex Kahani”

“उन्ह ओह आह्ह ओह रोहित जी उन्हहःहः।”

साली जी मुझे उनसे बाहों में भरकर उनके बोबो को चुस्वा रही थी। मैं तो साली जी के बोबो को रगड़ कर चुस रहा था। साली जी के बोबे चुसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था।

“ओह्ह्ह्ह मेरी रानी आहा बहुत टेस्टी बोबे है तेरे। आहा।”

“जी भरकर चूस ले साले कुत्ते।”

“हां रोहित जी। खूब चूसो आपकी साली के बोबो को।”

“हां भाभीजी चूस रहा हूं।”

फिर मैंने थोडी देर में ही साली जी बोबे निचोड़ डाले। अब मैं साली जी की चूत में उंगली पेलने लगा तभी साली जी दर्द से कसमसाने लगी।

“ऊंह आईईईई सिस्सस्स उह्ह्ह्ह्ह।”

“बहुत आग लगी है साली तेरी चूत में तो।”

“आईईईई आईईईई सिस्सस ऊंह आराम से करो रोहित जी। आहा सिसस्सस्स।”

“करनें दे मेरी रानी। आहा बहुत मजा आ रहा हैं।”

अब भला साली जी क्या कहती! मै झमझम साली जी की चूत में उंगलियां पेल रहा था। साली जी दर्द से कसमसा रही थी। ये देखकर भाभीजी मुस्करा रही थी।

“लगता है सारिका जी को ऐसे किसी ने पेला नही है।”

“हां भाभीजी मुझे भी यही लग रहा है।”

मै साली जी की चूत में जमकर तूफान मचा रहा था। साली जी मेरी उंगलियों के कहर से कराह रही थी।

“आईईईई आईईईई सिस्सस्स उह्ह्ह्ह मम्मी। आहा आईईईई सिस्सस्स ओह्ह्ह मर गई। आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह।”

तभी साली जी खुद को रोक नहीं पाई और उनकी चूत से पानी बह निकला। अब मैं नीचे बैठ गया और साली जी की रसीली चूत को चाटने लगा। आह्ह! साली जी की चूत से गज़ब की खुशबु आ रही थी। साली जी अब सिस्कारिया भर रही थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

“ओहहहहह सिसस्ससस्स आहहह उन्हहःहः ओहहहहहह आईईईई।”

मै अच्छी तरह से साली जी की चूत चाट रहा था। अब साली जी मेरे बालो को सहला रही थी।

“ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्सस्स आह्ह्ह्ह सिस्सस्स।”

मै साली जी की चूत को सबड सबड कर चाट रहा था। साली जी चुपचाप उनकी चूत चटवा रही थी।

“रोहित जी अच्छे से चाटो आपकी साली की चूत। कोई कमी मत रखना।”

“हां भाभीजी।”

साली जी बुरी तरह से कसमसा रही थी। फिर मैंने बहुत देर तक साली जी की चूत चाटी। अब मैंने साली जी को उठाया और उन्हे पलंग पर ला पटका। अब मैंने साली जी की टांगे पकड़कर उन्हें मेरी ओर खींच लिया। अब मैंने साली जी की टांगो को ऊपर उठाया और फिर उनकी चूत में लण्ड ठोककर मैं साली जी को फिर से बजाने लगा। साली जी फिर से हवा में उड़ने लगी।

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“आह्ह आह्ह आहाहा ओह सिससस्स आहाहा आह्ह अआहः उन्ह।”

“ओह्ह्ह्ह् मेरी रानी।”

मैं साली जी की टांगो को पकड़कर उन्हें झमाझम चोद रहा था। मेरे लण्ड के झटकों से साली जी के बोबे हिल रहे थे। इधर पलंग भी अब तो चुड चुड़ चुड़ करने लगा था। मैं साली जी को मज़े से चोद रहा था।

“आह्ह ऊँह ओह सिससस्स आहहह आह्ह उन्ह ओह्ह्ह्ह् मम्मी।”

“आज तो मेरी रानी तेरी खैर नहीं।”

“आहा आईईईई बजा लो रोहित जी जितनी तेरी मर्ज़ी हो उतनी।”

“हाँ मेरी रानी। खूब बजाऊंगा तुझे।”

मै साली जी की चूत मे जमकर लंड पेल रहा था। साली जी मस्ती से लंड ले रही थी। मेरे लंड के घमासान से साली जी बोबे उछल कूद कर रहे थे। भाभीजी भी उनकी ननद की ठुकाई का पुरा मजा ले रही थी।

“खूब बजाओ आपकी साली को। भोसड़ा बना दो इनकी चूत का।”

“हां भाभीजी।”

मै ताबड़तोड साली जी की ठुकाई कर रहा था। मेरे लंड की ठुकाई से साली जी की हालात पतली हो रही थी। तभी ज़ोरदार ठुकाई से साली जी का पानी निकल आया। अब मेरे लंड के झटको से साली जी का पानी नीचे गिर रहा था। “Lallantop Sex Kahani”

“आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आईई बहुत मज़ा आ रहा है रोहित जी आह्हा आह्हा उन्ह।”

“मै ऐसे ही मजे देता हूँ मेरी जान।”

“हां रोहित जी। आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्सस्स।”

मेरा लंड साली जी की चूत की बखिया उदेड़ रहा था। मेरा लंड साली जी की चूत का भोसडा बना चुका था। फिर मैंने साली जी को बहुत देर बजाया।

“ओह्ह्ह्ह्ह रोहित जी। आपने तो बुरी तरह से बजा दिया मुझे।”

“आपको तो बजाना ही था साली जी।”

अब मैंने भाभीजी से साली जी के ऊपर बैठकर चूत चटाने के लिए कहा। तभी भाभीजी मना करने लगीं।

“अरे रोहित जी रहने दो यार।”

“अरे भाभीजी। आप भी ऐसे शर्माओगी क्या! आओ जल्दी।”

तभी भाभीजी साली जी के मुंह के ऊपर बैठ गई और अब साली जी भाभीजी की चूत चाटने लगी। अब मैं भी नीचे बैठकर साली जी की चूत चाटने लगा।

“ओह्ह्ह साली जी। आह्ह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है। ऊंह।”

मै साली जी की गरमा गर्म चूत को खोलकर चाट रहा था। साली जी भी भाभीजी की चूत अच्छी तरह से चाट रही थी। भाभीजी को उनकी ननद से चूत चटाने में बहुत मजा आ रहा था।

“ओह्ह्ह सारिका जी। अच्छे से चाटो। आहा उन्ह्ह्ह।”

“ओह्ह्ह ऊंह सिस्सस्स ओह्ह्ह साली जी।”

मै सबड़ सबड कर साली जी की चूत चाट रहा था। साली जी अब कसमसाने लगी थी लेकिन उनके मुंह में चूत होने की वजह से वो कुछ कह नहीं पा रही थी। भाभीजी चूत को अच्छी तरह से खोलकर साली जी चटवा रही थी।

“ऊंह ओह्ह बहुत अच्छा लग रहा है सारिका जी। आह्ह्ह्ह्ह सिस्सस्स। उह्ह्ह।”

फिर हमने थोड़ी देर ऐसे ही चूत चाटकर मजा लिया। अब मैंने भाभीजी को साली जी के ऊपर चढ़ने के लिए कहा। तभी भाभीजी साली जी के ऊपर चढ़ गई और अब भाभीजी साली जी बूब्स पर टूट पड़ी।

“उन्ह्ह सिस्सस्स आह्ह्ह्ह्ह।बहुत टेस्टी बोबे है सारिका जी।”

“चूस ले भाभी तू भी।”

भाभीजी सकासक साली जी के बोबे चूस रही थी। उन्हे साली जी के बोबे चुसने में बहुत मजा आ रहा था। वो साली जी के बूब्स को अच्छी तरह से दबाकर चूस रही थी। तभी मैं भाभीजी के चढ़ गया और उनकी गजराइ पीठ पर किस करने लगा। भाभीजी साली जी के बूब्स को जमकर चूस रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

“ओह्ह्ह्ह सारिका जी। ऊंह बहुत मजा आ रहा है। आहा।”

मै भाभीजी की पीठ पर जमकर किस कर रहा था। फिर मैं भाभीजी की गांड़ पर आ गया और ताबड़तोड किस करने लगा।

“ओह्ह्ह् भाभीजी बहुत ही मस्त गान्ड है आपकी। आहा।”

भाभीजी साली जी के बाद को बुरी तरह से निचोड़ रही थी। साली जी आराम से उनके बूब्स को चुसवा रही थी। मै भाभीजी के मस्त सैक्सी चूतड़ों को अच्छी तरह से किस कर रहा था। भाभीजी को साली जी के बूब्स को बढ़िया तरीके से निचोड़ रही थी। अब मैं भाभीजी के चूतड़ों पर चपेड़ मारने लगा। तभी भाभीजी दर्द से करहाने लगी। “Lallantop Sex Kahani”

“आईईईई आईईईई ओह्ह्ह्ह मम्मी। सिस्सस्स। ओह्ह्ह कुत्ते आराम से दर्द हो रहा है।”

“होने दे दर्द साली तेरी गांड़ बजाने में बहुत मजा आ रहा है। आहा बहुत ही मस्त गांड़ हैं तेरी साली।”

“आईईईई आईईईई आह्ह्ह्ह्ह आईईईई सिस्सस्स।”

मै भाभीजी की गांड़ पर झमाझाम चपेड मार रहा था। भाभीजी दर्द से कराह रही थी लेकिन वो गांड़ पर चपेड़ मरवाने से मना नही कर रही थी। अब भाभीजी वापस साली जी के बूब्स चुसने में लग गईं।

“भाभी खूब चूस्स मेरे बूब्स को।”

“हां सारिका जी चूस रही हूं।”

अब भाभीजी साली जी के बूब्स चूस रही थी और मैं उनकी गांड़ पर चपेड़ मार रहा था। फिर मैंने थोड़ी देर में ही भाभीजी की गांड़ बजा डाली। अब मैंने भाभीजी से घोड़ी बनने के लिए कहा तभी भाभीजी साली जी के ऊपर ही घोड़ी बन गई।

“अब कुत्ते मेरी गांड़ भी मारेगा क्या?”

“हां साली।”

“ले मारे ले साले मेरी गान्ड।”

मैंने भाभीजी की गांड में लण्ड सेट किया और फिर भाभीजी की कमर पकड़कर ज़ोर का झटका दिया। लण्ड गांड में घुसते ही भाभीजी बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।

“अआईईई अआईईई ओह साले कुत्ते मर गई। आईईईईई।”

“अब थोड़ा दर्द तो होगा ही भाभीजी।”

अब मै दे दना दन भाभीजी की गाँड़ मारने लगा। अब भाभीजी मेरे लंड के तूफान में उड़ने लगी।

“आईईईई आईईईई आह्ह आहा सिससस्स आह्ह आह्ह ओह आह्ह आह्ह ओह आईईईई। ओह्ह्ह साले हरामी। दर्द हो रहा है।”

“होने दे साली ।”

“आईईईई आईईईई आहा ऊंह आहा आईईईई।”

मैं फूल स्पीड में भाभीजी को जमकर चोद रहा था। मेरा लण्ड भाभीजी की गांड़ के परखचे उड़ा रहा था। अब भाभीजी गांड़ में लंड लेते हुए साली जी के बूब्स चूस रही थी। मै भाभीजी की गांड़ में जमकर लंड पेल रहा था। मै भाभीजी की क़मर पकड़ कर उनकी गान्ड की परते खोल रहा था। “Lallantop Sex Kahani”

“आह आह्ह ओह सिससस्स आईईईई मम्मी मरर्रर्र गईईईई। आह्ह आह्ह आह्ह।”

“मज़ा भी तो बहुत आ रहा है साली।”

“हां रोहित जी। खुब मारो आपकी भाभीजी की गांड़।”

“हां साली जी मार रहा हूं।”

“आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह चिंता मत करो सारिका जी। थोडी देर बाद रोहित जी आपकी गांड़ की सील तोड़ेंगे।”

“मै तो नही मारवाऊं गान्ड।”

“सब मरवा लोगी आप। अभी देखना आप।”

मेरा लंड भाभीजी की गांड़ को फाड़ रहा था। भाभीजी बार बार साली जी के बूब्स मूंह में भर रही थी लेकिन मेरे लंड के झटको से भाभीजी के मुंह में से बूब्स बाहर निकल रहे थे। मेरा लण्ड दे दना दन भाभीजी की गांड में अंदर बाहर हो रहा था। मेरा लण्ड भाभीजी की हालत खराब कर रहा था। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

“अआईईई अआईईई अआईईई आह आहा मर गई।आह आहा धीरे धीरे डाल कमीने। अआईईई अआईईई।”

“कमीनी ज़ोर ज़ोर लण्ड डालने में ही तो असली मज़ा आता है। डालने दे।”

“आह आहअआईईई ओह साले हरामी अआईईई अआईईई।”

आज भाभीजी बहुत बुरी तरह से मेरे लण्ड के कहर को झेल रही थी। भाभीजी साली जी के बूब्स चूसती हुई गांड़ मरवा रही थी। तभी भाभीजी की गांड़ चौड़ी हो गई और फट से भाभीजी का पानी निकल गया।

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“आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह ओह आह्ह आह्ह आईईईई मम्मी। आह्ह ओह कुत्ते।”

“बहुत पेलूंगा आज तो तेरी गांड़।”

“हां, तु तो बजायेगा ही साले कुत्ते।”

“हां साली।”

मै भाभीजी की गांड़ में जमकर लंड ठोक रहा था। भाभीजी घोड़ी बनकर जमकर गांड़ ठुकवा रही थी। मुझे भाभीजी की गांड़ मारने में बहुत मजा आ रहा था। फिर मैने बहुत देर तक भाभीजी की गांड़ मारी। अब मैं साली जी गांड़ की सील तोड़ने की फिराक में था। “Lallantop Sex Kahani”

अब मैंने भाभीजी को हटाया और साली जी को पलंग से नीचे उतार लाया। अब मैं साली जी को बाहों में कसकर उनके होठों को चूसने लगा। पीछे से मै उनकी गांड़ के मस्त सैक्सी चूतड़ों को मसल रहा था। साली जी के चूतड एकदम गोल गोल लग रहे थे। मै साली जी के चूतड़ों को अच्छी तरह से कस रहा था।

“बहुत ही मस्त गांड़ है तेरी तो।”

तभी मैंने साली जी की गांड़ पर दो तीन चपेड मार दी। तभी साली जी दर्द से तड़पने लगी।

“आईईईई आईईईई सिस्स्स ऊंह।”

अब मैंने साली जी को दीवार से चिपका दिया और अब मैं साली जी की गांड़ पर दे दना दन चपेड़ मारने लगा। भाभीजी पलंग पर लेटकर सबकुछ देख रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

“आईईईई आईईईई ओह्ह्ह्ह मम्मी। आहा आईईईई।”

“आह्ह्ह्ह बहुत हीं सेक्सी गान्ड है मेरी रानी। आहा मजा आ जायेगा।”

“आहा आईईईई आराम से मारो मेरे सैया दर्द हो रहा है। आहा आईईईई ऊंह।”

“होने दे मेरी रानी।”

फिर मैंने चपेड़ मार मारकर साली जी की गांड़ को लाल कर दिया। अब मै साली जी की गाँड़ के छेद में ऊँगली करने लगा तभी साली जी मना करने लगी।

“यार रोहित जी गाँड़ में ऊँगली मत करो यार।”

“अरे साली जी, मैं सिर्फ ऊँगली ही डाल रहा हूं लण्ड नहीं। अब कम से कम ऊँगली तो डालने दो।”

“अरे यार,,,,,,,,,”

तभी मेंने साली जी की गाँड़ में ऊँगली घुसा दी। तभी साली जी दर्द से तड़प उठी।

“आईईईई मम्मी। सिसस्ससस्स।”

साली जी की गाँड़ बहुत टाईट लग रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे साली जी ने कभी गाँड़ में लण्ड ही नहीं ठोकने दिया हो। अब मै साली जी की गाँड़ में मस्त तरीके से उंगली डाल रहा था।

“आहा सिससस्स ओह आहा ओह रोहित जी मत डालो यार उंगली। आह्ह सिससस्स।”

“डालने दो यार साली जी बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह बहूत टाईट गाँड़ है आपकी। कभी किसी ने लण्ड नहीं डाला क्या आपकी गाँड़ में?”

तभी साली जी चुप हो गई।

अब भाभीजी कहने लगी”अरे रोहित जी आपकी साली ने मजा लिया ही नहीं तो इनकी गान्ड की सील कौन तोड़ता। अब आज आपके पास मौका आया है। तोड़ दो आपकी साली की गांड़ की सील।”

“हां भाभीजी। आज तो मैं ही साली जी की गांड़ की सील तोडूंगा।”

मै साली जी की गांड़ में लगातार ऊंगली कर रहा था। साली जी की गांड़ बहुत ज्यादा टाईट थी। मुझे साली जी की गांड़ में उंगली करने में बहुत मजा आ रहा था।

“ऊंह ओह्ह्ह्ह सिस्स्स ऊंह आईईईई।”

अब मैं साली जी को पलंग के पास ले आया और उन्हे घोड़ी बनाने लगा। तभी साली जी की गांड़ फटने लगी।

“नहीं यार प्लीज लण्ड मत डालना। बहुत दर्द होता है गाँड़ में। वैसे भी आपका लण्ड तो बहुत भारी है। मेरी तो गाँड़ ही फाड़ देगा।”

“अरे आप चिंता मत करो। नहीं फटेगी आपकी गाँड़।”

“नहीं यार रोहित जी आप तो सिर्फ ऊँगली ही डाल लो।”

“नहीं साली जी अब तो लंड ही डालना पड़ेगा।”

तभी साली जी समझ गई क़ि आज तो उनकी गाँड़ की परतें खुलेगी। अब साली जी घोड़ी बन गई। अब मैंने साली जी की गाँड़ के छेद में बहुत सारा थुक लगाकर उनकी गाँड़ को तैयार कर लिया। अब मैं साली जी की गाँड़ में लण्ड सेट करने लगा तभी साली जी फिर से मना करने लगी। “Lallantop Sex Kahani”

“यार प्लीज गाँड़ मत मारो। मैं मर जाऊँगी।”

“अरे साली जी आप भी क्या बच्चो की तरह कर रही हो। पहले एकबार लण्ड तो डालने दो।”

“मत डालो यार आप तो।”

“मै तो डालूंगा साली जी।”

“रोहित जी। चक्कर में ही मत पड़ना। गांड़ मारे बिना पीछे ही मत हटना।”

“हां भाभीजी।”

अब मेने साली जी की गाँड़ में लण्ड सेट कर ज़ोर से धक्का दिया। एक ही झटके में मेरा लंड साली जी की गाँड़ को फाड़ता हुआ सीधा अंदर घुस गया। तभी साली जी ज़ोर से चीख पड़ी।

“आईएईई मम्मी मरर्रर्र गईईई आईईईई ओह रोहित जी बहुत दर्द हो रहा है। प्लीज लण्ड बाहर निकालो।”

तभी मैंने लण्ड बाहर खींचा और फिर से साली जी की गाँड़ में लण्ड ठोक दिया। साली जी फिर से दर्द से झल्ला पड़ी।

“आईईईई मम्मी। आहा सिसस्ससस्स आह्ह।”

“अब साली जी थोड़ा दर्द तो होगा ही। सालो से आपकी गाँड़ का उद्घाटन नहीं हुआ है।”

“बहुत दर्द हो रहा है रोहित जी। मै मर जाऊंगी।”

“चिंता मत करो साली जी। दर्द बस थोडी देर ही होगा।”

अब मै साली जी की कमर पकड़कर उनकी गाँड़ में झमाझम लंड ठोकने लगा। साली जी बुरी तरह से दर्द से तड़पने लगी। उन्हे मेरा भारी भरकम लंड अब लोहे की रोड् सा नजर आ रहा था। मै साली जी गांड के परखच्चे उडाने लगा।

“आईई आईई आईई ओह्ह्ह रोहित जी बहुत दर्द हो रहा है। आईई।”

“होने दो साली जी। दर्द में ही तो मजा आता है।”

“थोड़ा क्या बहुत ज्यादा हो रहा है रोहित जी।”

“कोई बात नही साली जी। कुछ देर बाद आपको भी गांड मराने मे मज़ा आने लगेगा।”

साली जी को घोड़ी बनाकर उनकी गाँड़ मारने का मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था। मेंर लंड फिर से साली जी की गाँड़ के सुराख़ को ढीला कर रहा था। भाभीजी उनकी ननद की गांड़ ठुकाई देख रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

“आह सिससस्स आह्ह ओह उन्ह आईई आईई।”

साली जी की चीखे कमरे में गूंज रही थी। मैं साली जी कमर पकड़कर उनकी गांड बजाए जा रहा था। तभी साली जी अकड़ने लगी और फिर साली जी की चूत से पानी बहने लगा। अब साली जी ढीली पड़ने लगी थी। मै साली जी की गाँड़ पेलें जा रहा था। अब साली जी को भी गांड मरवाने मे मज़ा आने लगा था। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

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“आह्ह और ज़ोर ज़ोर से लंड डाल मेरे सैय्या। आह्ह बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।”

“हां मेरी रानी डाल रहा हूँ।”

“मार लो रोहित जी जितनी गांड मारनी हो। मै अब आपको नही रोकूंगी। मुझे तो पहली बार गांड मराने मे बहुत मज़ा आ रहा है।”

“हां रोहित जी खूब ठोको सारिका जी की गांड़।”

“हाँ भाभीजी । जमकर गांड मारूंगा आज तो।”

मै साली जी की गाँड़ की ताबड़तोड़ ठुकाई कर रहा था। साली जी अच्छी तरह से उनकी गाँड़ की सर्विस करवा रही थी। मै भी साली जी की गाँड़ में खूब सारा ग्रीस डाल रहा था।

“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स ओह आह्ह।”

फिर मैने बहुत देर तक साली जी की गांड मारी। गाँड़ फड़वाने के बाद साली जी बहुत बुरी तरह से थक चुकी थी। अब तो साली जी से उठना भी भारी हो रहा था। आज साली जी की गांड़ का छोटा सा छेद पूरा खुल चुका था।

“ओह्ह्ह रोहित जी आपने तो मेरी गांड फाड़ डाली।”

“कोई बात नही साली जी। गांड फाड़ने के लिए ही होती है।”

अब मैंने भाभीजी को भी नीचे खीच लिया और अब मैंने भाभीजी को भी घोड़ी बनने के लिए कहा तभी भाभीजी मुस्कुराने लगी।

“रोहित जी आप दो दो घोड़ियों पर एकसाथ चाडोगै क्या?”

“हां मेरी घोड़ियों।”

“बहुत कमीने हो आप।”

अब भाभीजी भी घोड़ी बन गई। अब मेरे लण्ड के आगे दो दो घोड़ियां खड़ी थी। अब मैंने भाभीजी की गांड़ में लंड सेट कर दिया और फिर भाभीजी की गांड बजाने लगा।

“आईईईईईईई सिसस्ससस्स उन्ह आईईईईई आह्ह।”

“ओह्ह्ह साली आह्ह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है। ऊंह।”

“ओह्ह्ह साले कुत्ते। मार ले मेरी गान्ड।”

“हां साली।”

अब मेरा लण्ड भाभीजी की गांड की सैर कर रहा था। तभी साली जी उठने लगी लेकिन मैंने उन्हें घोड़ी बनाये रखा। अब एक तरफ तो मै भाभीजी की गांड मार रहा था वही दूसरी साली जी के भोसड़े में उंगलियों से खलबली मचा रहा था।

“आहा अआहः सिसस्ससस्स उँह ओह आहहह आह्ह आह्ह आह्ह।”

“ओह बहुत मज़ा आ रहा है मेरी घोड़ियों। आह्ह।”

“तू तो साले हम दोनो का पूरा मज़ा ले रहा है।”

“हां मेरी घोड़ियों।”

मेरे लण्ड के धक्के से भाभीजी बहुत ज्यादा हिल रही थी। मेरा लंड तो आज जमकर मज़ा लुट रहा था। मेरे लंड के सामने दो दो शानदार माल थी। इधर साली जी भी धीरे धीरे कसमसा रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

“उँह ओह आईईईई सिसस्ससस्स ओह आहहह आह्ह सिसस्ससस्स।”

मुझे साली जी के भोसड़े में ऊँगली करने और भाभीजी की गांड में लंड ठोकने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। फिर मैंने भाभीजी की गांड में बहुत देर तक लण्ड ठोका। इतनी देर में भाभीजी की शानदार ठुकाई हो चुकी थी।

“आह्हा मज़ा आ गया मेरी रानियों।”

“हाँ कमीने तू तो यही कहेगा।”

“हाँ भाभीजी।”

अब मैं बेड पर बैठ गया और अब मैंने साली जी से लंड चूसने के लिए कहा। तभी साली जी कहने लगी।

“रोहित जी भाभी ही चूस लेगी ना।”

“भाभीजी ने तो खुब चूस रखा है। अब तो आप चूसो।”

“लाओ तो मैं ही चूस लेती हू।”

अब साली जी में मेरे लण्ड को पकड़ा और फिर उसे मुँह में लेकर लॉलीपॉप बनाकर चूसने लगी। अब साली जी गपागप मेरे लण्ड को चुस रही थी। मै साली जी के बालों को सम्हाल रहा था। अब भाभीजी वापस पलंग पर जा लेटी। मुझे भी साली जी को लंड चुसाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

“ओह साली आहा चुससस्स और चुसस्ससस्स आहा।”

साली जी पूरी शिद्दत से मेरे लंड को चुस रही थी। वो मेरे पुरे लण्ड को गीला कर चुकी थी। साली जी भूखी शेरनी की तरह मेरे लण्ड पर टूट पड़ी थी।

“ओह्ह्ह् मेरी रानी आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा आह्हा।”

साली जी मेरे लंड को झमाझम चूस रही थी। अब साली जी को मेरे लंड को चूसते हुए बहुत देर हो गई थी। अब मै उठा और अब मै खड़ा होकर साली जी के मुँह में लण्ड पेलने लगा। साली जी के सिर को पकड़कर उनके मुँह में लण्ड ड़ालने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। “Lallantop Sex Kahani”

“ओह साली। आहहह बहुत मज़ा आ रहा था।”

मैं साली जी के मुँह में फूल स्पीड में लण्ड अंदर बाहर कर रहा था। उनके मुँह में मेरा लण्ड पूरा गिला हो चूका था। मै साली जी के गले तक लंड उतारने की कोशिश कर रहा था लेकिन साली जी मुझे गले तक लंड नही उतारने दे रही थी।

“ओह्ह्ह् रानी थोड़ा और आगे डालने दो ना।”

“हूँ,,, हूँ।”

मै साली जी के मुँह मे लंड पेले जा रहा था। भाभीजी उनकी ननद की मुँह ठुकाई का नज़ारा देख रही थी। फिर मैंने बहुत देर तक साली जी के मुँह में लंड पेला। अब मैंने साली जी को वापस पलंग पर ला पटका। अब मैं भाभीजी के ऊपर चढ़ गया और उनके बूब्स को फिर से चुसने लगा।

“ऊंह सिस्सस्स ओह्ह्ह्ह रोहित जी।”

मै निचोड़ कर फिर से भाभीजी के बूब्स चूस रहा था। भाभीजी के रसीले बूब्स चुसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था। साली तो नसते नाबूत होकर चूपचाप लेटी हुई थी। मै भाभीजी के बूब्स को चूसे जा रहा था।

“ओह्ह्ह्ह रोहित जी। आहा सिस्सस्स।”

फिर मैंने थोडी देर में ही भाभीजी के बूब्स चूस डाले। अब मैंने भाभीजी की चूत में लंड फिट कर दिया और मैं फिर से भाभीजी की चूत की बखिया उदेड़ने मे लगा हुआ था।

“आह्ह आह्ह ओह्ह्ह् सिसस् आह्ह आहह।”

“ओह्ह्ह्ह भाभीजी आह्ह्ह्ह बहुत ही गजब की माल हो आप।”

“आहा आईईईई ऊंह ओह्ह्ह्ह आप ने तो दोनो मालो का पुरा मजा ले लिया।”

“हां भाभीजी।”

मै झमाझम भाभीजी की चूत मे लंड पेल रहा था। भाभीजी भी मुझे बाँहों मे कस्कर लंड ठुकवा रही थी। मेरे लंड के झटको से पलंग चूड चूड कर रहा था। तभी ताबड़तोड़ पेलेम्पेल से भाभीजी का पानी निकल आया।

“ओह्ह्ह् रोहित जी भीग गई मै तो। आह्ह आहाह सिस।”

“हाँ भाभीजी। मेरा लंड भी भीग गया है।”

“ओह्ह्ह् रोहित जी अब जल्दी से काम खत्म कर लो यार।”

“हाँ भाभीजी बस कर ही रहा हूँ।”

तभी मैंने जोर जोर से गांड हिला हिलाकर भाभीजी की चूत मे लंड पेलना शुरू कर दिया। साली जी चुप थी। भाभीजी फिर से मेरे लंड के तूफान मे फ़ाड़फड़ने लगी। मै भाभीजी को जमकर चोद् रहा था। “Lallantop Sex Kahani”

“आई आईई आह्ह आह्ह आईई आईई।”

तभी मेरा पानी निकल गया और मैं भाभीजी से लिपट गया। अब मेरे लण्ड के पानी से भाभीजी की चुत फूल भर चुकी थी। अब मैं पसीने में लथपथ होकर भाभीजी से लिपट गया।

“ओह्ह्ह भाभीजी। मजा आ गया।”

“हां रोहित जी। आपने तो खुब रगड़ लिया हम दोनो को।”

“हां भाभी। मैने तो कभी सोचा भी नहीं था कि रोहित जी मुझे कभी चोदेंगे भी।”

“असली खिलाड़ी वो ही होता है भाभी। जो मौके का फायदा उठाए और चूत की चटनी बना दे।”

“हां सही कह रही हो भाभी तुम। रोहित जी ऐसे ही खिलाड़ी है।”

“हां सारिका जी। मजा आ गया आज रोहित जी से चुदने में।”

“आप तो इनकी साली हो सारिका जी। आपकों तो खुब मजा ले लेना चाहिए था।”

“हां यार भाभी। मुझसे ही गलती हो गई।”

“कोई बात नहीं सारिका जी। रोहित जी को अब दो चार दिन के लिए यही रोक लो और जमकर चुदो।”

“हां भाभी देखे कोशिश करूंगी।”

“मै तो रुकने के लिए तैयार हूं साली जी। आप कहो तो सही।”

“अरे यार इच्छा तो मेरी भी है। लेकिन फिर कभी देखेंगे।”

अब हम तीनों एक ही बिस्तर पर पड़े हुए थे। आज मैं दोनों ननद भाभी को एकसाथ बजाकर बहुत ज्यादा खुश था। दोनों भी एकसाथ चुद कर बहुत खुश लग रही थी। आज मैंने दोनों को बहुत बुरी तरह से बजाया था। “Lallantop Sex Kahani”

“अब मैं मेरे कमरे में चली जाती हुं।”

“अरे साली जी साथ में ही सो जाओ ना।”

“अरे नही रोहित जी। बच्चे अकेले है।”

अब साली जी उठी और उन्होंने बिखरे हुए कपड़ो में से चड्डी ढूंढ कर पहन ली। फिर साली जी ने ब्रा पहनकर पेटिकोट पहन लिया। अब उन्होंने बलाउज पहन लिया और फिर साड़ी पहनने लगी। फिर साली जी उनके कमरे ने चली गई। अब भाभीजी मेरे साथ नंगी ही सो रही थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

“रोहित जी। आज तो आपने सारिका जी को बजा ही दिया।”

“हां भाभीजी। बहुत दिनों से मै इनको बजाने की सोच रहा था लेकिन आज मौका मिला।”

“और आपने मौके का फायदा उठा लिया।”

“हां भाभीजी।”

फिर हम बाते करते हुए सो गए। सुबह हुई तो मेरा लंड खड़ा था। साली जी हमे जगाने के लिए आई। तभी मैंने साली जी को वापस पलंग पर पटका और उनकी चड्डी उतार फेंकी। अब मैं साली जी को फिर से बजाने लगा।

“आईईईई आईईईई ऊंह आईईईई सिस्सस्स।”

“ओह्ह्ह्ह मेरी रानी। आहा।”

“ओह्ह्ह आहा आईईईई ओह्ह्ह्ह मेरे सैया।”

मै साली जी को जमकर पेल रहा था। तभी भाभीजी बाहर निकल गईं। मै साली जी की चूत की परते खोल रहा था। साली जी थोड़ी देर में ही हालत खराब होने लगीं।

“आहा आह सिस्सस्स ऊंह ओह्ह्ह्ह।”

तभी जोरदार ठुकाई से साली जी का पानी निकल गया। फिर मैने साली जी को थोड़ी देर और बजाया। तभी साली जी मुस्कुराने लगी “रोहित जी।बहुत कमीने हो आप।”

“हां साली जी। अब इतना तो मै हूं ही।”

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अब साली जी कमरे से बाहर निकल गईं। फिर मैं भी थोड़ी देर बाद बाहर आ गया। अब बच्चे भी उठा चुके थे। दोनो ननद भाभी आपस मे बातचीत कर रही थी। तभी मेरे सामने रात का नजारा घूमने लगा। मै साली जी की ओर मुस्कुरा रहा था। भाभीजी भी बहुत मस्त लग रही थी। “Lallantop Sex Kahani”

फिर थोडी देर बाद साडू जी आ गए। फिर मैं साडू जी के साथ बाते करने लगा। बेचारे साडू जी को तो पता ही नहीं था कि मैंने आज उनकी रानी को भी बजा दिया है। साली जी भी रातभर चुदने के बाद भी हंस हंसकर बाते कर रही थी। अब हमने खाना खाया और मै भाभीजी को लेकर जानें लगा।

“रोहित जी मेरी भाभी को अच्छे से ले जाना कहीं रास्ते में ही मत पटक देना।”

“चिंता मत करो साली जी।आपकी भाभी को अच्छी तरह से ले जाऊंगा।”

फिर मैं भाभीजी को बाइक पर बैठाकर चल पडा। मेल करे– ajaywriter22@crazy

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